Jal Hi Jeevan Hai Essay Nibandh In Hindi: हेलो फ्रेंड्स अगर आप एक स्टूडेंट और जल है तो कल है या फिर बिन पानी सब सून या फिर जल ही जीवन है पर निबंध ढूंढ रहे हो तो सही जगह पर आए हो यहां पर हमने इसी तरह के टॉपिक पर निबंध दीया है।
और अगर आप पहले से लेकर 12वीं तक कोई भी क्लास में हो यह निबंध पढ़ लोगे तो आप अपनी आने वाली परीक्षाओं में जरूर लिख पाओगे क्योंकि आने वाले एग्जाम्स में इस तरह के टॉपिक्स पर अक्सर निबंध पूछे जाते हैं। और अगर आप में यह निबंध हमारे द्वारा दिया गया है जल है तो कल है पर तो आप आपके परीक्षाओं में से कुछ अंकों जरूर निश्चित कर लोगे। तो आप लोग नीचे जाकर पुरा निबंध पढ़ते है तो आपको पूरा समझ में आएगा।
- बिन पानी सब सून
- अथवा
- जल है तो कल है
- अथवा
- जल ही जीवन है
- “जल से जीवन , जल ही जीवन , जल जीवन का दाता है ।
- जल संरक्षण कर ले मानव , जल ही भविष्य निर्माता है ॥”
Jal Hi Jeevan Hai Essay Nibandh Class 1-12Th
विस्तृत रूपरेखा-
- ( 1 ) प्रस्तावना ,
- ( 2 ) जल का महत्त्व ,
- ( 3 ) जल के विभिन्न स्रोत ,
- ( 4 ) जल का अभाव ,
- ( 5 ) जल समस्या का समाधान ,
- ( 6 ) उपसंहार।
प्रस्तावना – सृष्टि की रचना जल , पृथ्वी , अग्नि , आकाश और वायु – पाँच तत्वों से हुई है । जल का इनमें महत्त्वपूर्ण स्थान है । संसार के दैनिक जीवन में भी जल एक आवश्यक तत्व है ।
जल का महत्त्व– पृथ्वी के जीव – जन्तुओं , पशु – पक्षियों , फसलों , वनस्पतियों , पेड़ पौधों , आदि सभी के लिए जल अनिवार्य है । बिना जल के इन सभी का रह पाना सम्भव नहीं है । जल से संसार में जीवन्तता दिखाई देती है । चारों ओर फैली हरियाली , फसलें , फल – फूल आदि सभी जल के कारण ही जीवित हैं । मानव तो बिना जल के जीवित रह ही नहीं सकता है । अतः सृष्टि में जल विशेष महत्त्वपूर्ण है । रहीम लिखते हैं
- ” रहिमन पानी राखिए बिन पानी सब सून ।
- पानी गए न ऊबरे मोती मानस चून ॥”
जल के विभिन्न स्त्रोत – जल प्राप्त करने के कई स्रोत हैं । सागर में अथाह जल भरा है किन्तु वह खारी है , इसलिए वह हर प्रकार की पूर्ति नहीं कर पाता है । पानी का मूल स्रोत वर्षा है । वर्षा का पानी ही नदियों , तालाबों , जलाशयों में एकत्रित होकर जल की पूर्ति करता रहता है । इसके अतिरिक्त पहाड़ों पर जमने वाली बर्फ पिघलकर जल के रूप में नदियों में आती है । कुआँ , नलकूप आदि के द्वारा पृथ्वी के नीचे विद्यमान जल को प्राप्त किया जाता है ।
जल का अभाव – विगत वर्षों में जल की निरन्तर कमी हो रही है । वर्षा कम हो रही है , जिससे धरती का जल स्तर लगातार गिर रहा है । जल की समस्या भारत में ही नहीं संसार भर में हो रही है । कुछ स्थानों पर तो जल के लिए त्राहि – त्राहि मची है । कुछ लोगों का मानना है कि संसार का तीसरा विश्व युद्ध पानी के लिए ही होगा ।
जल समस्या का समाधान – जल की कमी को देखते हुए यह आवश्यक है कि हम जल का पूरी तरह सदुपयोग करें । वर्षा के समय जो पानी नालों और नदियों के द्वारा बहकर समुद्र । पहुँच जाता है , उसे इकट्ठा करके उपयोग में लाएँ । वर्षा काल में पानी को पृथ्वी में नीचे पहुँचाया जाए तो जल स्तर ऊपर आएगा । इसलिए इस समस्या के प्रति सजग रहना आवश्यक है ।
उपसंहार– यदि समय रहते जल संरक्षण की ओर ध्यान न दिया गया तो संसार का विनाश हो जाएगा । जल के बिना किसी का भी जीवित रहना सम्भव नहीं है । बिना जल के विनाश अवश्यम्भावी है । सत्य यह है कि जल ही जीवन है । इसलिए जल की पूर्ति आवश्यक है ।
अत : अब समय आ गया है कि बिना अधिक विलम्ब किये मानव – मात्र को जल के अपव्यय को रोकने के साथ – साथ उसके संरक्षण हेतु प्रभावी उपाय करने चाहिए । तभी हमारी आने वाली पीढ़ियों का भविष्य सुरक्षित हो सकेगा । यह सलाह नहीं , चेतावनी है ।
Final Words: तो फ्रेंड सामने आप लोगों को ऊपर जल है तो कल है पर निबंध या परियों का है कि जल ही जीवन पर निबंध दिया (Jal Hi Jeevan Hai Essay Nibandh ) है वह आप लोगों को पढ़कर अच्छा लगा होगा और आप लोगों को समझ में भी आया होगा अगर आप लोगों को समझ में आया तो आप अपने सभी सहपाठी को भी शेयर कर दीजिएगा ताकि वह भी जल पर निबंध पढ़ सके और अपनी आने वाले एग्जाम में इस तरह का निबंध आए तो वह आसानी से उसको लिख पाए।
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