तो दोस्तों हम आज आप लोगों के साथ शेयर करने वाले हैं हरियाणा के राष्ट्रीय प्रतीक चिन्ह के बारे में या (Haryana Ke Rajkiya Pratik Chinh) यूं कहे की हरियाणा के राजकीय चिन्हों के बारे में बताएंगे।
और अगर आप भी हरियाणा राज्य से हो और आप हरियाणा के किसी भी सरकारी नौकरी के लिए तैयारी कर रहे हो या फिर प्राइवेट नौकरी या फिर गवर्नमेंट के कोई भी एग्जाम्स को ट्रैक करना चाहते हो तो आपको हरियाणा का यह बेसिक नॉलेज पता होना बहुत ही ज्यादा जरूरी है।
हरियाणा के राजकीय प्रतीक चिन्ह || Haryana Ka Rajkiya Chinh
क्योंकि इस तरह के क्वेश्चन अक्षर घुमा फिरा के आने वाले एग्जाम में पूछे जा सकते हैं अगर आपको यह नहीं पता है तो आप उन नंबरों को मिस कर दोगे तो आप इन को ध्यान से पढ़िए।
तो आपको हरियाणा के राजकीय प्रतीक चिन्हों के बारे में पूरा नॉलेज हो जाएगा।
अगर आप इन को पूरी तरीके से पढ़ लेते हो तो बहुत ही ज्यादा संभावना है यह है कि आप कि आने वाले एग्जाम्स को क्रैक करने में काफी ज्यादा चांस बनते हैं आपके।
हरियाणा का राज चिन्ह
इंडिया के हर राज्य सरकार का अपना एक प्राचीन होता है वैसे ही हरियाणा का भी एक राज सेन है जिसको हरियाणा सरकार ने तय किया है।
हरियाणा सरकार के राज सिन्हा में ऊपर की ओर अशोक के स्तंभ है 3 शेरों की मूर्ति वाला और उसके नीचे सत्यमेव जयते लिखा हुआ है।
और हरियाणा के राज सिन्हा में गेहूं की बालियों को भी दर्शाया गया है।
हरियाणा के राज्य न्यू में बीच में कमल का खिलाया फूल दर्शाया गया है वह भी पानी में।
और साथ ही साथ हरियाणा सरकार ने राज्य में उगता हुआ सूर्य और किरणों को भी दर्शाया है।
हरियाणा राज्य का राजकीय पशु || Haryana Ka Rajkiya Pashu
कृष्ण मार्ग (काला हिरण) को हरियाणा का राज्य पशु के रूप में घोषित किया गया है।
कृष्ण मृग का रंग गेहुआ अथवा काला होता है।
कृष्ण मृग के सिंग का आकार चक्राकार आकार होता है। और इसमें तीन से चार सिंग के मध्य में सर्पील आकार का मोड़ होता है। और कृष्ण मृग के सिंग की लंबाई 28 इंच तक हो सकती है।
यह मुख्य रूप से भारत में सर्वाधिक मात्रा में पाए जाते हैं।
कृष्ण मर्द को इंग्लिश में Black Buck (Antelope) कहा जाता है।
कृष्ण मार्ग का वैज्ञानिक नाम है Antelope Cervicapra.
हरियाणा का राजकीय पक्षी || Haryana Ka Rajkiya Pakshi
- काला तीतर को हरियाणा का राज्य पक्षी के रूप में अपनाया गया है।
- काला तीतर अधिकतर झाड़ियों के पास खेतों में झीलों के पास पाया जाता है।
- इसका भोजन मुख्य रूप से अनाज घास दिमक चिट्टियां कीड़े मकोड़े आदि होते हैं।
काला तीतर दिखाई देने में बहुत ही सुंदर पक्षी होता है अलग-अलग के रंग के इनके पंख होते हैं बुरे और सफेद काले रंग का यह पक्षी होता है।
यह पक्षी अधिकतर खतरा महसूस होने पर यह नीचे सिर करके कहीं भी चुप जाता है और एकदम से भागने की कोशिश नहीं करता है।
काला तीतर को इंग्लिश भाषा में ब्लैक फ्रेंकोलिन कहा जाता है।
काला तीतर का वैज्ञानिक नाम है, फ्रैंकोलाइनस।
हरियाणा का राजकीय पुष्प
कमल के फूल को हरियाणा राज्य सरकार ने राजकीय पुष्प के रूप में अपनाया गया है।
कमल का फूल अधिकतर ठहरे हुए पानी में पाया जाता यानी कि ज्यादा गहराई वाले पानी में नहीं पाया जाता है। यह कीचड़ में खिलने वाला कमल का फूल है और इसकी पत्तियां पानी पर तैरती रहती है।
कमल का पौधा है बिजली पौधा होता है। इसके फूलों को लोग काफी ज्यादा पसंद करते हैं।
वैसे तो कमल के फूल के रंग दो प्रकार के होते हैं सफेद कमल और लाल कमल हरियाणा का राज्य पुष्प है लाल कमल का फूल।
कमल के फूल का वैज्ञानिक नाम है, Nelumbo Nucifera.
हरियाणा का राजकीय वृक्ष
- पीपल के वृक्ष को हरियाणा का राज्य वृक्ष के रूप में घोषित किया गया है।
- पीपल का वृक्ष बहुत ही विशालकाय पेड़ होता है।
- लोगों का मानना है कि कि पीपल का पेड़ रात में ऑक्सीजन देता है।
- पीपल के पेड़ को पवित्र माना जाता है पूरे इंडिया में और स्पेशली हरियाणा के लोगों के द्वारा इसकी पूजा भी की जाती है।
- पीपल के वृक्ष की पत्तियां और इसकी सूखी लकड़ियों का उपयोग धार्मिक कार्यों में भी किया जाता है।
- पीपल के वृक्ष का और दिमाग तो भी बहुत ज्यादा है इसके साल पत्ते और फल सभी का उपयोग औषधि में किया जाता है।
- पीपल के वृक्ष का संस्कृत में नाम अश्वाथ है।
- पीपल के वृक्ष का वैज्ञानिक नाम है फिकस रैलीजिओसा (Ficus Religiosa) है।
तो दोस्तों हमने जो आप लोगों को ऊपर बताया कि हरियाणा के कौन-कौन से राज्य की प्रतीक चिन्हों है उनके बारे में बताएं अगर आप लोगों को पसंद आया है तो आप का बहुत-बहुत धन्यवाद।
और हमें कमेंट में बताइए कि यह जानकारी आपको कैसी लगी और अगर हमसे कुछ छूट गया है तो आप हमें कमेंट बॉक्स में जरुर बता सकते हो।
इसे भी पढ़े >>>